संसाधन-साधन-धन की सारी साधना अधूरी है
जीवन में न कभी यदि तन सिन्दूरी मन कस्तूरी है
चरण-चरण आचरणिक शुचिता मानव की मजबूरी हो
अपनी सेहत से पहले धरती का स्वास्थ्य जरूरी हो
फ़र्क़ बढाने वाला हर नाजायज तर्क मिटायें
बेडा गर्क करे अपना, ऐसा हर नर्क मिटायें
@ डा० राहुल अवस्थी
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