Friday, 10 October 2014

हमने जवाब दिया


वैरी वार करते हैं नज़रें बचा के किन्तु वीर वार करते नज़र को उठा के ही
इसीलिए ईंटों का जवाब पत्थरों से दिया हमने हमेशा निज कर को उठा के ही
घुसपैठियों ने गुपचुप घुसपैठ की तो ललकारा हमने है स्वर को उठा के ही
कायरों ने सर को झुका के गोलीबारी की थी, हमने जवाब दिया सर को उठा के ही




@ डॉ० राहुल अवस्थी
@ चित्र-सौजन्य : BHANU BHARADWAAJ, आई-नेक्स्ट, बरेली
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