मानस की कल्पना को तुलसी कहां संजोते
सीता के त्याग-तप को जीवनकथा से खोते
भगवान राम को भी दुनिया न जानती यूं
दुनिया में आदि कविवर वाल्मीकि जो न होते
@ डा० राहुल अवस्थी । ९ अक्तूबर २०१४ ई०
@ रामायण महोत्सव : वाल्मीकि सद्भावना मेला, ब्रह्मपुरा, बरेली
@ चित्र-सौजन्य : विकास महर्षि । संयोजन : आकाश पुष्कर । संरक्षण : मनोज थपलियाल
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