Sunday, 17 August 2014

सारा जीवन कान्हामय

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
परम पुरुष योगिराज श्रीकृष्ण 
(२१ जुलाई ३२२८ ई०पू० - १८ फ़रवरी ३१०२ ई०पू०) 
के ५२४२वें जन्मोत्सव की आत्मिक बधाइयां ...
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 



















नन्द-यशोदा-सा धीरज धर के देखें : स्वर में राधा-सा संयम भर के देखें
सारा जीवन कान्हामय हो जायेगा : अपनी चाहत को मीरा कर के देखें


@डॉ. राहुल अवस्थी
Dr. Rahul Awasthi
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Thursday, 14 August 2014

ऐसी भाग्यशाली जिन्दगानी
























खून दे के देश को स्वतन्त्रता का सूर्य देते, ऐसे महादानी बलिदानी को प्रणाम है
आजादी के दिये पे शहीद होने वाले परवानों की दीवानों की कहानी को प्रणाम है
स्वाभिमानी वाणी के धनी जो कर जाते ऐसी मुश्किल से मुश्किल आसानी को प्रणाम है
देश-हित मरने के बाद जो नसीब होती, ऐसी भाग्यशाली जिन्दगानी को प्रणाम है















Monday, 11 August 2014

जवानी को प्रणाम है

अरविन्दो घोष के प्रचण्ड उद्घोष वाले
जोश रोष कोश की निशानी को प्रणाम है
नेताजी सुभाषचन्द्र बोस जैसे नीतिमान
मृत्युञ्जय वैश्विक सेनानी को प्रणाम है
अपने यतीन की शचीन की विपिन की औ'
प्रफुल्ल चाकी की क़ुरबानी को प्रणाम है
जिसने जवानी को बनाया बलिदानी ऐसे
खुदीराम बोस की जवानी को प्रणाम है















   


Sunday, 10 August 2014

आजादी की उपलब्धि

समय की बलिहारी

















भारत छोडो आन्दोलन दिवस की पूर्व-सन्ध्या पर
रोटरी क्लब आफ़ बरेली के एक आयोजन में
वहां, जहां पहले कभी लिखा रहता था -
डाग्स एण्ड इण्डिअन्स आर नाट अलाउड





















धर्मों में रक्षाबन्धन हो



अब असुरक्षा का कहीं भी क्रन्दन हो
धर्मों में आपस में रक्षाबन्धन हो
अलगावों का और शोर-शराबा हो
अब भारत ही हमको काशी-क़ाबा हो
फूलों के जैसा खिलकर रहना होगा
रहना है तो फिर मिलकर रहना होगा
जन-गण-मन को वतनपरस्त बनायें हम
आओ, अपना देश सशक्त बनायें हम