Tuesday, 17 February 2015

जूठे नहीं होते





कथन जिनके यथासम्भव कभी झूठे नहीं होते
समय की अस्मिता से जो कभी रूठे नहीं होते
अमृत का दान करने के लिये विषपान कर लेते
अधर उनके किसी भी शर्त पर जूठे नहीं होते



Sunday, 8 February 2015

किसी की याद का दियना






क़सम ईमानदारी की कहीं कुछ तो छला-सा है
बडा बेचैन-सा है बावला जो सांवला-सा है
बचाकर आंसुओ को आंख का मलना बताता है
किसी की याद का दियना किसी दिल में जला-सा है
‪#‎DR_RAHUL_RAHUL‬
‪#‎IIM_KASHIPUR‬ । ०६ फ़रवरी २०१५

बहुत कुछ सीख लेना था

 #IIM_KASHIPUR



कभी मीठा कभी खट्टा कभी कडवा कभी तीखा
उसे जो कुछ ज़माने को दिखाना था, वही दीखा
अजब सम्बन्ध थे लेकिन प्रबन्धन क्या ग़ज़ब का था
बहुत कुछ सीख लेना था मगर कुछ भी नहीं सीखा

ज़रूरी तो नहीं




































किसी बे-जान को भी जानकर पहचान मिलना है
ज़रूरी तो नहीं अहसान पर अहसान मिलना है
हमारा मन हमेशा मान का अरमान क्या पाले
कहीं अपमान खोना है, कहीं सम्मान मिलना है